Wednesday 8 January 2020

दिल्ली चुनावों में किसकी होगी जीत, हो चुका है बड़ा खुलासा! भाजपा वालों के उड़ जाएंगे होश|election campaign company|election campaign management|election campaign company in rajasthan|political campaign management company|election campaign company in india election campaign management|election campaign company|election campaign management|election campaign company in rajasthan|political campaign management company|election campaign company in india|election campaign agency |election campaign agency in india|election campaign management companies election campaign comapny gurgaon|election campaign company gurgaon|election campaign management company gurgaon|election campaign company gurgaon|political campaign management gurgaon|election campaign company gurgaon|political campaign management company gurgaon|election campaign company gurgaon|election promotion company gurgaon|election promotion company in gurgaon|election promotion company in gurgaon|election promotion company in gurgaon|election promotion company in gurgaon|election promotion company company gurgaon|election campaign agency gurgaon|election promotion gurgaon|web development company in jaipur|web development company in gurgaon|election survey company|election survey company in rajasthan|election survey company in jaipur|election survey company in chandigarh|election survey company in delhi|election survey company in up|election survey company in noida|election survey company in maharashtra|election survey company in mp|election survey company in bihar|election survey company in jodhpur

दिल्ली चुनावों में जीत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है जिसके बाद भाजपा सकते में आ सकती है। हाल ही में हुए एक सर्वे में कहा गया है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की जीत हो सकती है और भाजपा उसें टक्कर नहीं दे पाएगी। चुनावों की घोषणा होते ही AAP ने दावा किया है कि वे अपने काम की बदौलत जीतेंगे। जबकि भाजपा ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूरे पांच साल सिर्फ वादे और विज्ञापन पर खर्च किए हैं। हालांकि नए सर्वे के अनुसार दिल्ली में आप की सरकार फिर से बन सकती है।
यह सर्वे आईएएनएस-सीवोटर द्वारा किया गया है जिसमें जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी की सरकार मजबूती के साथ दोबारा सत्ता में वापस आएगी। यह सर्वे जनवरी के पहले हफ्ते में किया गया और सोमवार को जारी किया गया है। इसके मुताबिक यदि चुनाव जनवरी के पहले हफ्ते में हो तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप 2015 में मिली जीत को दोहरा सकती है।

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Tuesday 7 January 2020

क्या दिल्ली में फिर बनेगी केजरीवाल सरकार?|delhi election 2020 survey

72% लोग केजरीवाल सरकार से संतुष्ट?

सीएसडीएस-लोकनीति-द हिंदू ने लोकसभा चुनावों में मतदाता का मिज़ाज भाँपने के लिये पोस्ट पोल सर्वे किया है। इसके आँकड़े कहते हैं कि ‘आप’ को दिल्ली में कमज़ोर समझने की भूल, बीजेपी और कांग्रेस दोनों को भारी पड़ सकती है। दिल्ली के मतदाताओं से जब पूछा गया तो यह बात साफ़ उभर कर आयी कि वे लोकसभा और विधानसभा चुनावों में स्पष्ट फ़र्क़ करते हैं। लोकसभा में उसकी पसंद बीजेपी थी और वे मोदी सरकार को वोट देने के पक्ष में थे। दिल्ली में बीजेपी के सांसदों के काम से अगर वह 44% संतुष्ट था तो मोदी सरकार के काम से दो-तिहाई से अधिक। लेकिन केजरीवाल सरकार के कामकाज से वे असंतुष्ट क़तई नहीं दिखे। सर्वे के मुताबिक़ 72% लोग केजरीवाल सरकार से संतुष्ट दिखे। यह आँकड़ा मोदी सरकार के प्रति जनता के संतोष भाव से अधिक है।

बीजेपी समर्थक केजरीवाल को वोट देंगे!

सर्वे के आँकड़े कहते हैं कि ऐसे लोगों की बड़ी तादाद है जो केजरीवाल सरकार से तो संतुष्ट है, लेकिन लोकसभा में वोट बीजेपी को दिया। सर्वे में जब वोटरों से पूछा गया कि अगर अभी विधानसभा चुनाव हो जाये तो वे किस पार्टी को वोट देंगे तो बीजेपी और कांग्रेस को वोट देने वालों में से एक-चौथाई मतदाताओं ने कहा कि उनकी पहली पसंद ‘आप’ होगी।
सर्वे के अनुसार बीजेपी का एक-चौथाई वोटर और कांग्रेस का एक-चौथाई वोटर अभी भी केजरीवाल का मुरीद है। यह दोनों दलों के लिए चिंता की बात है।
कांग्रेस जो उम्मीद लगाये बैठी है उसे भारी झटका लग सकता है। और बीजेपी जो यह सोच बैठी है कि 2020 के चुनावों में वह दिल्ली में सरकार बनायेगी, उसे मुँह की खानी पड़ सकती है। सीएसडीएस-लोकनीति-द हिंदू के सर्वे में यह भी निकल कर सामने आया कि राजधानी में 54% लोग अभी भी केजरीवाल सरकार को एक और मौक़ा देने के पक्ष में हैं। मतदाताओं में 36% ऐसे थे जो अभी भी केजरीवाल को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं।
कुछ-कुछ ऐसा ही समां 2014 में भी था। तब भी ‘आप’ लोकसभा चुनावों में सातों सीट हार गयी थी। ‘आप’ को ख़त्म हो गया मान लिया गया था। पर ‘आप’ 2015 विधानसभा चुनाव में 67 सीटें लेकर लौटी। बीजेपी तब 32 से घटकर 3 पर सिमट गयी थी जबकि कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला था। लोकसभा चुनावों के समय बीजेपी ने केजरीवाल को तब इस्तीफ़ा देने के कारण ‘भगोड़ा’ घोषित कर दिया था। लोग यह शिकायत कर रहे थे कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा क्यों दिया। लेकिन लोकसभा प्रचार के दौरान ऐसे ढेरों लोग थे जो खुलेआम कहते थे कि केंद्र में मोदी और दिल्ली में केजरीवाल को वोट देंगे। जिन्होंने लोकसभा के नतीजों के आधार पर ‘आप’ को चुका हुआ मान लिया था, उन्हें 2015 विधानसभा में भारी शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी।

‘आप’ और केजरीवाल की छवि

लेकिन तब से राजनीति में काफ़ी बदलाव आ चुका है। मोदी पहले से ज़्यादा बहुमत से प्रधानमंत्री बन गये हैं। 2014 की तुलना में दिल्ली में बीजेपी के वोट प्रतिशत में लगभग दस फ़ीसदी का इज़ाफ़ा हुआ है। ‘आप’ और केजरीवाल की छवि में अब वह बात नहीं रही जो 2015 में थी। तब उनको क्रांतिकारी पार्टी और क्रांतिकारी नेता माना जाता था। एक विकल्प के तौर पर ‘आप’ को देखा जाता था। कांग्रेस को मरी हुई पार्टी मान लिया गया था। केजरीवाल की लोकप्रियता राहुल से कोसों आगे थी। अब ऐसा नहीं कहा जा सकता। इस सर्वे में लोकप्रियता में राहुल केजरीवाल से आगे हैं। और राजनीति में कब क्या हो जाये, कहा नहीं जा सकता। ऐसे में सीएसडीएस-लोकनीति-द हिंदू का सर्वे केजरीवाल के लिये अच्छी ख़बर तो हो सकती है पर यही नतीजे आयेंगे यह गारंटी के साथ नहीं कहा जा सकता।



 

Delhi Assembly Election 2020: सर्वे में मिल रहीं कांग्रेस को दर्जनभर सीटें, जानिए- क्या कहता है सट्टा बाजार

नई दिल्ली । Delhi Assembly Election 2020 : चुनावी सरगर्मियों के बीच शीला दीक्षित के नेतृत्व में लगातार 15 सालों तक दिल्ली की सत्ता पर राज करने वाली कांग्रेस ने एक सर्वे कराकर दिल्ली विधानसभा चुनाव में करीब एक दर्जन सीटें मिलने का दावा किया है। सट्टा बाजार भी इस बार दिल्ली में कांग्रेस के खाता खुलने का दावा कर रहा है, यह बात अलग है कि सट्टा बाजार पार्टी को चार से पांच सीटें दे रहा है। सर्वे में इतनी सीटें देख कांग्रेसी भले ही बहुत खुश नहीं हों लेकिन संतुष्ट अवश्य दिख रहे हैं। कारण, इस सर्वे को देखते हुए कांग्रेसी दावा करने लगे हैं कि ऐसा हुआ तो दिल्ली की सत्ता की चाबी उनके हाथ में हो सकती है और सत्ता में उनकी हिस्सेदारी भी संभावित है।


दिल्ली में एक बार फिर AAP की आंधी में उड़ सकती हैं बीजेपी, कांग्रेस: ऑपिनियन पोल

  Horizon software  के ऑपिनियन पोल में दिल्ली में एक बार फिर आम आदमी पार्टी की जबरदस्त जीत की भविष्यवाणी की गई है। सर्वे के मुताबिक 70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में आम आदमी पार्टी पिछली बार की ही तरह एकतरफा जीत हासिल कर सकती है।दिल्ली में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। आम आदमी पार्टी को जहां 2015 की प्रचंड जीत को दोहराने की उम्मीद है, वहीं बीजेपी 2019 लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन से आशावादी है। कांग्रेस भी लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन के आधार पर अपनी खोई जमीन वापस पाने की उम्मीद कर रही है। इस बीच एबीपी न्यूज-सी वोटर के ऑपिनियन पोल में दिल्ली में एक बार फिर आम आदमी पार्टी की जबरदस्त जीत की भविष्यवाणी की गई है। यह सर्वे 1 जनवरी 2020 से 7 जनवरी 2020 तक किया गया।

दिल्ली में किसको कितनी सीटों का अनुमान

Horizon Software के सर्वे के मुताबिक 70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में आम आदमी पार्टी पिछली बार की ही तरह एकतरफा जीत हासिल कर सकती है। AAP को 70 में से 59 सीटें मिल सकती हैं जो पिछली बार की 67 सीटों के मुकाबले 8 कम है। बात अगर बीजेपी की करें तो पिछली बार 3 सीट जीतने वाली बीजेपी के इस बार भी दहाई का आंकड़ा नहीं छूने का अनुमान है। उसे 8 सीटें मिल सकती हैं जो पिछली बार से 5 ज्यादा है। पिछली बार खाता तक नहीं खोल पाने वाली कांग्रेस के इस बार भी निराशाजनक प्रदर्शन का अनुमान है। सर्वे के मुताबिक कांग्रेस इस बार खाता खोलते हुए 3 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में बहुमत के लिए 36 सीटों की जरूरत है।  

किसको कितने वोटों का अनुमान

 
बात अगर वोट शेयर की करें तो सर्वे के मुताबिक आम आदमी पार्टी को दिल्ली में पड़ने वाले कुल वोटों में अकेले आधे से ज्यादा वोट मिलेंगे। APP को 53.3 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान जताया गया है। 2019 लोकसभा चुनाव में दिल्ली में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाली बीजेपी को वोट शेयर के मामले में जबरदस्त नुकसान झेलना पड़ सकता है। उसे 25.9 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। सर्वे के मुताबिक कांग्रेस सिर्फ 4.7 प्रतिशत वोट ही जुटा पाएगी।  

 दिल्ली के लिए Horizon Software वोटर का सर्वे 

पार्टीसीट का अनुमानवोट शेयर (%)पिछली बार की सीटें
AAP5953.367
बीजेपी825.93
कांग्रेस34.70